भोजपुरी गायक मनोज तिवारी पिछले दिनों भाजपा में तो शामिल हो गए, लेकिन शनिवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में शिरकत नहीं कर कई प्रश्न खड़े कर गए।
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज है कि तिवारी कहीं जल्दबाजी में तो पार्टी में शामिल नहीं हो गए। चर्चा यह भी है कि संवाददाता सम्मेलन तो पूर्वांचली विषय को लेकर आयोजित था, लेकिन इसमें न तो दिल्ली के सह प्रभारी आरके सिन्हा को बुलाया गया और न ही पूर्वांचल के बड़े नेताओं को। हालांकि सम्मेलन में पूर्वांचली नेता अमन सिन्हा और अभय वर्मा उपस्थित थे।
मनोज तिवारी को भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल के साथ संयुक्त पत्रकार सम्मेलन आयोजित करना था। बड़ी संख्या में तिवारी को लोग देखने भी पहुंचे थे, लेकिन तिवारी नहीं पहुंचे।
इसके बाद चर्चा गर्म हो गई कि तिवारी को जिस तरह से आनन-फानन में दिल्ली के चुनाव प्रभारी नितिन गडकरी की उपस्थिति में शामिल किया गया, इससे कयास लग रहे हैं कि ऐसा न हो कि वे पार्टी छोड़ दें।
गौरतलब है कि वे मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से भी मुलाकात कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो वे प्रचार के लिए कांग्रेस से कांट्रैक्ट पर भी चर्चा कर चुके थे।