साफ नीयत, सही विकास

" Saaf Niyat Sahi Vikas - 48 Months of Transforming India"

'नरेंद्र मोदी सिर्फ राम की बात नहीं करते'

Sunday, October 13, 2013

जाति-धर्म से बाहर आकर विकास की बात करने का वक्त आ गया है। हाल ही में भाजपा में शामिल हुए भोजपुरी गायक मनोज तिवारी राजनीति में आने व भाजपा में शामिल होने को लेकर बेबाक राय रखते हैं।

वह मोदी को विकास पुरुष मानते हैं। साथ ही भाजपा के कुछ सिद्धांतो से सहमत और कुछ से असहमत होने की बात स्वीकार करते हैं। पेश है अमर उजाला संवाददाता नवनीत शरण से बातचीत के मुख्य अंश।

राजनीति में आने का मकसद क्या है?
मनोज- दिल्ली व मुंबई में प्रवासी पूर्वांचलियों की बेहतरी के लिए आगे आना पड़ा ताकि उनकी आवाज बन सकूं।

भाजपा में शामिल होने के पीछे क्या वजह है?
मनोज-नरेंद्र मोदी सिर्फ राम की बात नहीं करते हैं। वह रामराज की बात करते हैं। देशकाल और परिस्थितियां बदल गई हैं। मोदी विकास पुरुष हैं और देश को विकास चाहिए।

गुजरात विकास के साथ ही दंगों के लिए भी जाना जाता है?
मनोज- मैंने भी कई दंगे देखे हैं। दंगे तहस-नहस करने वाला होते हैं। आतंकवादी गतिविधियों और दंगों में कोई अंतर नहीं। इससे निपटने के लिए नीति बननी चाहिए। यूपी-बिहार में दंगों के लिए हम वहां के मुख्यमंत्री को कटघरे में नहीं खड़ा करते हैं, फिर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यों कटघरे में खड़ा किया जाता है ?

दिल्ली भाजपा तो फिलहाल नेतृत्वविहीन है
मनोज-भाजपा में नेतृत्व की कमी नहीं है। दिल्ली में तो मोदी जी को ही बैठना है। ऐसे में दिल्ली का मुख्यमंत्री कोई भी हो। सत्ता तो नरेंद्र मोदी की ही रहेगी।

आप पहले समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े अब भाजपा में?
मनोज- महानायक अमिताभ बच्चन मेरे भगवान की तरह है। जब उनकी उपस्थिति में अमर सिंह ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा तो मैं ना नहीं कह सका। क्योंकि जब मेरे भगवान ही मौन थे तो मैं उनकी स्वीकृति समझ बैठा।

मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मिलने का क्या औचित्य था?
मनोज- पिछले चुनाव में मैंने कांग्रेस के लिए प्रचार किया था। लेकिन चुनाव जीतने के बाद पार्टी ने मेरी सुध नहीं ली। दिल्ली में पूर्वांचल से आए लोगों का बड़ा तबका है। लेकिन उनकी बेहतरी के लिए किसी ने नहीं सोचा। भाजपा के कुछ सिद्धांतों से सहमत हूं तो कुछ से असहमत। भाजपा राम के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी तो मैं असहमत हूं।

अन्ना को समर्थन दिया, केजरीवाल से दूरी क्यों?
मनोज- मेरा जुड़ाव अन्ना हजारे के साथ था। अरविंद केजरीवाल को अभी समाज को जगाने का काम करना चाहिए। उन्हें अभी राजनीति नहीं करनी चाहिए।

चुनाव कहां से लड़ना है?
मनोज- पार्टी ने कहा है कि आप सीट तय कर लें। दिल्ली या बक्सर से चुनावी मैदान में उतरने की संभावना बनी हुई है।