नई दिल्ली/लखनऊ. मशहूर भोजपुरी गायक, अभिनेता और बीजेपी के उत्तर-पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद मनोज तिवारी ने दावा किया है कि उन्होंने कुमार विश्वास को नहीं, बल्कि कुमार ने उन्हें मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया था। मनोज तिवारी ने कहा है, "मैं विश्वास से पुराने मित्र के रूप में मिला था, न कि एक सांसद के तौर पर।" बीजेपी से लखनऊ पूर्वी के उम्मीदवार आशुतोष टंडन गोपाल के समर्थन में चुनाव प्रचार करने लखनऊ पहुंचे मनोज तिवारी ने dainikbhaskar.com से एक्सक्लूसिव बातचीत में यह खुलासा किया।
तिवारी ने कहा कि कुमार विश्वास उनके संघर्ष के दिनों के पुराने मित्र हैं। विश्वास भी गीतकार हैं और वे भी। उनकी मुलाकात एक मित्र से थी न कि एक राजनेता से। जब विश्वास ने यह बात मीडिया के सामने रखी थी, तो मनोज ने अपनी अप्वाइंटमेंट डायरी चेक की। इसके बाद उन्हें याद आया कि वे विश्वास से 19 मई को मिले थे। मनोज तिवारी कहते हैं कि उस शाम वे जल्दी फ्री हो गए थे तो उन्होंने कुमार विश्वास को यूं ही एसएमएस कर दिया। इसके बाद जवाब में विश्वास ने उन्हें अपने घर पर आमंत्रित किया। मनोज तिवारी ने बताया कि उन दिनों आम आदमी पार्टी में मतभेदों की चर्चा काफी हो रही थी। इसी को लेकर कुमार विश्वास से बात होने लगी। इसी बीच कुमार विश्वास ने कहा कि अब मनोज सांसद बन गए हैं और अपने क्षेत्र में अच्छा काम करके लोकप्रिय भी हो गए हैं। अब उन्हें दिल्ली का सीएम बन जाना चाहिए। इस पर मनोज तिवारी ने कहा कि उनकी पार्टी (बीजेपी) में सीएम पद के लिए किसी व्यक्ति का नाम पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करता है।
विश्वास तो विधायक भी नहीं, फिर सीएम की बात क्यों
मनोज तिवारी का कहना है कि उन्होंने विश्वास की इस बात का उत्तर देते हुए कहा कि यदि वे चाहें तो सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी करें। वे इसका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह वैसे ही था, जैसा कि आपको कोई चाय ऑफर करे तो आप शिष्टाचार के नाते उसे कहते हैं कि पहले आप लें। उनका कहना है कि कुमार विश्वास तो विधायक भी नहीं हैं, उन्हें सीएम के लिए कैसे प्रोजेक्ट किया जाए?
क्या कहा था विश्वास ने
इस साल अगस्त के अंतिम हफ्ते में कुमार विश्वास ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के तीन दिन बाद कुमार के घर में दिल्ली से पहली बार सांसद बने बीजेपी के एक नेता ने उनसे मुलाकात की थी। कुमार ने कहा, "19 मई को रात साढ़े 10 बजे बीजेपी के एक सांसद मेरे घर आए थे। वह सुबह साढ़े तीन बजे तक समझाते रहे कि मुझे बीजेपी को सरकार बनाने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वे लोग बतौर सीएम मेरा समर्थन करने को तैयार हैं।"